कितना मुश्किल होता है
हंसना, जब हंसी न आए
कितना मुश्किल होता है
रोना, जब आंसू सूख जाए
जीना भी हो
और जी भी न पाएं
मरना न हो
फिर भी मरे सा एहसास हो जाए।
कितना मुश्किल होता है
कहना, जब बहुत कुछ हो
पर शब्द न मिल पाए,
आवाज निकलते निकलते ही,
गले में फंस जाए
मौसम हो सुहाना
पर मन का मौसम,
कहीं और ही गोते खाए,
सड़कों पर चलते चलते
रास्ता भटक जाए
या फिर भटके हुए रास्तों पर
कोई सहारा मिल जाए।
कितना मुश्किल होता है
ये सब समझ पाना
कहीं कोई गुमसुम हो तो,
उसे कैसे हंसाए
किसी के दर्द को अपना
कैसे बनाएं?
ये सब समझ पाना
किसी को भी समझाना
कितना मुश्किल होता है
छोटे से जीवन को सुकून से बिताना।।
Beautiful 🖤
ReplyDeletevery nice line
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